नई दिल्ली:
देशभर के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों और उनके माता-पिता के लिए एक बड़ा झटका! शिक्षा मंत्रालय के हालिया प्रस्ताव में कहा गया है कि जल्द ही सभी स्कूलों में सोमवार से शनिवार तक 6 दिन की पढ़ाई अनिवार्य की जा सकती है। इस खबर के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है।
🏫 क्या है नया आदेश?
शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि कोविड-19 और पिछली छुट्टियों के कारण बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ा है। इस गैप को भरने के लिए एक प्रस्ताव सामने आया है जिसमें स्कूलों को सप्ताह में 6 दिन खुला रखने की सिफारिश की गई है।
📉 रविवार ही होगा एकमात्र छुट्टी
यदि यह आदेश लागू होता है, तो छात्रों को केवल रविवार को छुट्टी मिलेगी। बाकी दिनों में नियमित क्लासेस होंगी। कुछ राज्यों ने तो इस प्रस्ताव को लागू करने की तैयारी भी शुरू कर दी है।
😡 छात्रों और अभिभावकों में नाराज़गी
सोशल मीडिया पर #6DaysSchool, #NoSaturdayClass जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
- कुछ छात्र कह रहे हैं कि शनिवार की छुट्टी ही उनकी "मेंटल रेस्ट डे" होती है।
- पैरेंट्स का कहना है कि इससे बच्चों पर मानसिक दबाव और बढ़ेगा।
- वहीं, कुछ शिक्षक संगठनों ने भी इस फैसले को “अव्यवहारिक” बताया है।
✔️ सरकार का पक्ष
शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि छात्रों का सिलेबस कवर करना और सीखने की गुणवत्ता सुधारना प्राथमिकता है। लंबे समय से स्कूल बंद रहे, जिससे नुकसान हुआ है जिसे अब भरना जरूरी है।
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अगर यह प्रस्ताव लागू होता है, तो छात्रों की दिनचर्या में बड़ा बदलाव आ सकता है। पढ़ाई का दबाव बढ़ेगा, लेकिन इसके सकारात्मक परिणाम भी मिल सकते हैं — बशर्ते इसे संतुलित तरीके से लागू किया जाए।
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