Jharkhand/Ranchi: अगस्त - सितम्बर के महीने में किसान अपने धान के खेतों में यूरिया खाद का छिड़काव करते हैं जिससे धान की पैदावार अच्छी हो। लेकिन क्या हो अगर किसानों को यह उर्वरक मिल ही ना पाए, और यदि मिले भी तो 3 गुना अधिक कीमत चुकाकर।
जी हां अभी बिल्कुल ऐसा ही हो रहा है सिल्ली विधानसभा के किसानों के साथ। खास कर के सिल्ली विधानसभा के राहे प्रखंड के किसानों को यूरिया खरीदने के लिए दर - दर भटकना पड़ रहा है, ताकि वो किसी तरह से यूरिया खरीद सकें और अपने खेतों में डाल सकें, लेकिन उन्हें यूरिया नहीं मिल पा रहा है।
वैसे तो एक बोरा यूरिया की कीमत केवल ₹266 रुपए है, लेकिन खाद दुकानदार इसके लिए ₹600 तक ले रहे हैं और साथ में जबरन कोई न कोई विटामिन दे रहे हैं। जिससे देखा जाए तो एक बोरा यूरिया की कीमत ₹900 हो जा रहा है। जो कि एक बेचारे गरीब किसान के लिए इसे खरीदना मुश्किल है।
और यह सब हो रहा है खाद दुकानदारों की कालाबाजारी और सरकार की अनदेखी की वजह से। क्योंकि सरकार का काम है किसानों को यूरिया उपलब्ध करवाना, और कालाबाजारी पर नकेल कसना। जिससे किसानों को सही समय में और सही दाम पर उर्वरक मिल पाए।
एक टिप्पणी भेजें